आखिर मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त ने क्‍यों कहा.. वफा खुद से नहीं होती, खता EVM की कहते हो

मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त ने कहा कि EVM 100 प्रतिशत सही है. हमने इसको बेहतर बनाने के लिए कई और प्रयास किए हैं.तीन बार इसका मॉक टेस्‍ट किया जाता है.  

ललित नारायण कांडपाल by
Published - Saturday, 16 March, 2024
Last Modified:
Saturday, 16 March, 2024
CEC

शनिवार को हुई चुनाव आयोग की प्रेस कांफ्रेंस चुनावों की तारीखों का ऐलान होने के साथ ही मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त राजीव कुमार की शेरो शायरी को लेकर भी खासी चर्चा में रही. मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त ने ईवीएम को लेकर जो शेर पढ़ा उसने सभी का दिल जीत लिया. उन्‍होंने पूरी प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कई शेर पढ़े जिस पर उन्‍हें मीडियाकर्मियों की भरपूर तालियों से अभिवादन मिला.

EVM पर CEC की शायरी ने जीता सबका दिल 
मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त ने कहा कि ईवीएम ही जिसके कारण कई छोटी पार्टियां आज अस्तित्‍व में आई हैं. जो बैलेट पेपर के दौर में अस्तित्‍व में नहीं आ पाई थी. सभी ईवीएम को तीन बार मॉक पोल होता है. कैंडीडेट के सामने में होता है. हमने अब तक ईवीएम को लेकर आए 40 केसों को लेकर एक किताब भी बनाई है. जो भी एक्‍सपर्ट बनता है वो इसे पढ़ने का कष्‍ट्र करें. ये किताब हमारी वेबसाइट पर है. हमने इसमें चार्ट भी लगाया कि कितनी बार ईवीएम ने सत्‍ता में रहने वाली पार्टियों को बदल दिया है. उन्‍होंने कहा कि मुझे पता था ये सवाल जरूर आएगा. इसलिए मैने पर कुछ लिखने का प्रयास किया है. 

अधूरी हसरतों का इलजाम, हर बार हम पर लगाना सही नहीं
वफा खुद से नहीं होती, खता EVM की कहते हो

उन्‍होंने कहा कि 100 प्रतिशत सही हैं. हम जानते हैं कि पिछले दो सालों में हमने कई स्‍तर पर बदलाव किए हैं. एक एक ईवीएम की नंबर जो जिस बूथ पर जा रही है, वो कैंडीडेट को दिया जाएगा. इसलिए इसमें कोई समस्‍या नहीं है. 

MCC पर क्‍या बोले CEC? 
मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त ने आचार संहिता उल्‍लंघन के मामले में किसी पर कार्रवाई होने और किसी पर कार्रवाई न होने को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि आप पिछले 8 से 10 चुनावों में जो आरोप हमारे पास आए हैं उन सबको पढि़ए, उनके नोटिस को देखिए जो हमने दिए हैं, उसमें जहां जहां कोई भी उल्‍लंघन होता हो उसमें नोटिस का जवाब आने के बाद भी ये जरूरी नहीं है कि हमने सबमें कार्रवाई की हो. अगर किसी के भी खिलाफ केस बनेगा अब वो भले ही स्‍टार कैंपेनर हो हम उसमें चुप नहीं बैठेंगे हम कार्रवाई करेंगे. 

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आलिया भट्ट और साक्षी मलिक ने पाई ये उपलब्धि, जानिए क्‍यों मिला ये सम्‍मान?

जिन महिलाओं ने इस सूची में जगह बनाई है वो ऐसे नाम हैं जो पहली बार इसमें शामिल हो रहे हैं. इनमें एक बॉलीवुड से है तो दूसरी खेलों की दुनिया से है. 

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Thursday, 18 April, 2024
Sakshi malik

टाइम्‍स मैग्‍जीन (Times Magazine) ने वर्ष 2024 को लेकर 100 प्रभावशाली लोगों की सूची जारी कर दी है. इस सूची में इस बार जिन महिलाओं ने जगह बनाई है उनमें जो नाम शामिल हैं वो पहली बार इस लिस्‍ट में शामिल हो रहे हैं. सबसे दिलचस्‍प बात ये है कि इसमें जहां बालीवुड़ की एक सबसे अलग अदाकारा ने पहली बार जगह बनाई है तो वहीं खेलों की दुनिया का एक नाम भी इसमें शामिल हुआ है. आपको इस खबर में इन्‍हीं दो लोगों के बारे में विस्‍तार से बताएंगे और आपको ये भी बताएंगे कि उनकी नेटवर्थ कितनी है.

इस सूची में शामिल हैं ये नाम 
टाइम्‍स मैग्‍जीन की ओर से जारी किए गए नामों में जिन महिलाओं ने जगह बनाई है उनमें मशहूर अदाकारा आलिया भट्ट और ओलंपिक में पदक जीतने वाली साक्षी मलिक शामिल हैं. इन दो नामों से परे माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्‍य नडेला, खगोलशास्‍त्री प्रियंवदा नटराजन, अमेरिकी ऊर्जा विभाग के वरिष्‍ठ अधिकारी जिगर शाह और सामाजिक कार्यकर्ता अस्‍मा खान शामिल हैं. यही नहीं कई अन्‍य लोगों को भी इसमें जगह मिली है जो अपने क्षेत्रों में चर्चा में रहे हैं. सबसे दिलचस्‍प बात ये है कि भारत की जिन महिलाओं ने इसमें जगह बनाई है वो पहली बार इस सूची में शामिल हो रहे हैं. 

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आलिया भट्ट को क्‍यों मिला है मौका? 
कई फिल्‍मों में अब तक अपने अभिनय का लोहा मनवा चुकी आलिया भट्ट को इस बार टाइम्‍स मैगजीन में 100 प्रभावशाली महिलाओं की सूची में जगह दी गई है. आलिया ने पिछले साल अपने पहले हॉलीवुड प्रोजेक्‍ट स्‍ट्रीमिंग फिल्‍म ‘हॉर्ट ऑफ स्‍टोन’ में डेब्‍यू किया था. इस फिल्‍म के निर्देशक टॉम हॉर्पर ने आलिया की तारीफ करते हुए कहा था कि वो सेट पर बेहद विनम्र और मजाकिया हैं. उनके काम करने के तरीके में एक अलग तरह का आकर्षण है. आलिया ने भी टाइम्‍स की ओर से मिले इस सम्‍मान के लिए आभार जताया है. आलिया ने ट्विटर पर लिखा…टाइम्‍स के 100 प्रभावशाली लोगों की सूची में जगह पाकर सम्‍मानित महसूस कर रही हूं. उन्‍होंने इस उपलब्धि के लिए टॉम हॉर्पर का शुक्रिया भी अदा किया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आलिया भट्ट ने हार्ट ऑफ स्‍टोन में काम करने के लिए 500000$ की फीस ली है. वो सामान्‍य तौर पर बॉलीवुड में एक फिल्‍म के लिए 10 से 12 करोड़ रुपये की फीस लेती हैं. मौजूदा समय में आलिया की नेटवर्थ 550 करोड़ रुपये है.  

 साक्षी मलिक ने भी बनाई है इस सूची में जगह 
आलिया भट्ट के साथ इस सूची में ओलंपिक में पदक जीतकर सनसनी फैलाने वाली साक्षी मलिक भी शामिल हैं. साक्षी मलिक ओलंपिक में पदक भी जीत चुकी हैं. वो हाल ही में कुश्‍ती संघ के प्रमुख बृजभूषण सिंह के खिलाफ जंतर मंतर पर हुए आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाती हुई नजर आई थी. साक्षी मलिक ने टाइम्‍स की ओर से उनके नाम को शामिल किए जाने को लेकर आभार जताते हुए लिखा कि इसे पाकर गौरवांवित महसूस कर रही हूं. साक्षी मलिक हालिया विवाद के बाद कुश्‍ती से संयास ले चुकी हैं. लेकिन आज उनकी नेटवर्थ 40 करोड़ रुपये है. 


 


BJP की इस कैंडिडेट पर मेहरबान हैं लक्ष्मी, दौलत इतनी कि रोज कर सकती हैं नोटों की बारिश

लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमा रहे अधिकांश उम्मीदवारों के पास दौलत का पहाड़ है.

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Thursday, 18 April, 2024
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खुद को जनता सेवक कहलाने के लिए करोड़ों की दौलत वाले भी चुनावी मैदान में हैं. लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के लिए नामांकन दाखिल करने वाले ऐसे उम्मीदवारों की जानकारी हर रोज सामने आ रही है, जिनके ऊपर लक्ष्मी कुछ ज्यादा ही मेहरबान हैं. इस फेहरिस्त में अब दक्षिण गोवा से भारतीय जनता पार्टी (BJP) उम्मीदवार पल्लवी डेम्पो (Pallavi Dempo) का नाम भी जुड़ गया है. डेम्पो ने हाल ही में अपना नामांकन दाखिल किया और उनके 119 पन्नों के हलफनामे से पता चलता है कि उनके पास दौलत का पहाड़ है.  

कई सेक्टर में फैला कारोबार 
BJP कैंडिडेट पल्लवी डेम्पो और उनके पति श्रीनिवास की कुल संपत्ति करीब 1400 करोड़ रुपए है. दरअसल, पल्लवी डेम्पो ग्रुप के प्रमुख श्रीनिवास डेम्पो की पत्‍नी हैं. यह कारोबारी समूह कई अलग-अलग सेक्टर्स में फैला हुआ है. फुटबॉल, रियल एस्टेट, शिप बिल्डिंग से लेकर एजुकेशन और माइनिंग तक में डेम्पो ग्रुप की मौजूदगी है. पुणे से बिजनेस मैनेजमेंट में पोस्‍टग्रेजुएशन करने वालीं पल्लवी के पास 255.4 करोड़ रुपए की चल संपत्ति है. जबकि उनके पति  के पास 994.8 करोड़ रुपए की संपत्ति है. इसके अलावा, पल्लवी के नाम पर 28.2 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति भी है. वहीं, श्रीनिवास की अचल संपत्ति की वैल्‍यू 83.2 करोड़ है.

दुबई-लंदन में भी प्रॉपर्टी
डेम्पो दंपत्ति के पास गोवा और देश के कई हिस्सों में प्रॉपर्टी है. इतना ही नहीं, उनके पास दुबई में एक अपार्टमेंट भी है, जिसका वर्तमान बाजार मूल्य 2.5 करोड़ रुपए है.लंदन में भी उनका एक अपार्टमेंट है. आज के समय में उसका मूल्य 10 करोड़ रुपए के आसपास है. बीजेपी उम्मीदवार को गोल्ड से काफी प्यार है. उनके पास 5.7 करोड़ रुपए का सोना है. पल्लवी ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में दाखिल इनकम टैक्स रिटर्न में अपनी इनकम 10 करोड़ रुपए बताई थी. जबकि उनके पति श्रीनिवास ने उसी वर्ष के लिए 11 करोड़ रुपए का रिटर्न दाखिल किया था. 

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श्रीपद नाइक हैं इतने अमीर
49 साल की पल्‍लवी के पास 217.11 करोड़ के बॉन्ड और 12.92 करोड़ की सेविंग्स है. नॉर्थ गोवा और साउथ गोवा लोकसभा सीटों पर तीसरे चरण में 7 मई को वोटिंग होगी. पल्लवी डेम्पो के साथ-साथ भाजपा के उत्तरी गोवा से प्रत्याशी श्रीपद नाइक ने भी नामांकन भर दिया है. नाइक पांच बार के सांसद रहे हैं, और यह उनका 7वां चुनाव है. उनकी संपत्ति की बात करें, तो चुनावी हलफनामे में नाइक ने बताया है कि उनके पास 2.05 करोड़ की चल संपत्ति,  8.81 करोड़ की अचल संपत्ति है. उनकी वार्षिक आय 17 लाख रुपए है.  

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आज आ रहा है Vodafone Idea का FPO, दांव लगाएं या दूरी बनाएं? जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स

आज यानी 18 अप्रैल को टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया का FPO आने वाला है.

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Thursday, 18 April, 2024
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आर्थिक संकट से गुजर रही टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया (Voda Idea- VI) का FPO यानी फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर आज खुल रहा है. 18 हजार करोड़ रुपए के इस FPO को अब तक का सबसे बड़ा फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर माना जा रहा है. कंपनी ने इस इश्यू के लिए प्राइज बैंड मौजूदा भाव से 17-29 फीसदी के डिस्काउंट पर फिक्स किया है. VI के शेयर 16 अप्रैल को 12.90 रुपए पर बंद हुए थे और इश्यू के लिए प्राइज बैंड 10-11 रुपए रखा गया है. वोडा आइडिया के इस FPO को लेकर काफी चर्चा है, ऐसे में यह जानना भी जरूरी है कि इस पर दांव लगाना चाहिए या नहीं?   

कंपनी पर है कर्ज का बोझ 
वोडाफोन आइडिया वित्तीय परेशानियों का सामना कर रही है और उसे प्रतियोगी कंपनियों से टक्कर के लिए फंड की जरूरत है. इसलिए कंपनी FPO लेकर आई है. दरअसल, कंपनी योजना डेट और इक्विटी के जरिए करीब 45 हजार करोड़ रुपए जुटाना चाहती है और यह एफपीओ इसी का हिस्सा है. इससे मिलने वाली रकम का इस्तेमाल कंपनी सबसे पहले बकाया चुकाने में करेगी. वित्त वर्ष 2023-24 के शुरुआती नौ महीनों में वोडा आइडिया को 23,564 करोड़ रुपए का भारी-भरकम घाटा हुआ था. कंपनी पर कर्ज का बोझ भी काफी ज्यादा है. पिछले साल दिसंबर के आंकड़ों के अनुसार, VI को 2.15 लाख करोड़ रुपए का कर्जा चुकाना है. इतना ही नहीं, कंपनी पर स्पेक्ट्रम का 58,254 करोड़ रुपए भी बकाया है. 

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कहां इस्तेमाल होगा पैसा?
FPO की बात करें, तो इसके तहत सिर्फ नए शेयर जारी होंगे. इश्यू का 50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB), 15% नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) और बाकी 35 प्रतिशत रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित रखा गया है. एक रिपोर्ट में बताया गया है कि VI एफपीओ से मिले 12750 करो़ड रुपए का इस्तेमाल नेटवर्क विस्तार के लिए इक्विपमेंट खरीदने पर करेगी. जबकि 2,175.31 करोड़ रुपए का इस्तेमाल स्पेक्ट्रम का कुछ बकाया चुकाने पर होगा. कंपनी के लिए इस FPO का सफल होना बेहद जरूरी है.  

कई आशंकाएं मौजूद 
अब जानते हैं कि क्या अब तक के सबसे बड़े इस FPO में पैसा लगाया जाए या नहीं. वोडाफोन आइडिया की बैलेंसशीट अच्छी नहीं रही है. कंपनी को रिलायंस जियो और भारती एयरटेल से तगड़ा कॉम्पटीशन मिल रहा है. ऐसे में एक्सपर्ट्स ने निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी है. एक मीडिया रिपोर्ट में मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे के हवाले से बताया गया है कि जियो और एयरटेल से प्रतियोगिता में कंपनी लगातार अपने सब्सक्राइबर्स गंवा रही है, इसका घाटा भी बढ़ रहा है. इसके मद्देनजर FPO में पैसा लगाने से बचना चाहिए. वहीं, एक अन्य एक्सपर्ट ने भी इस एफपीओ से दूर रहने की सलाह दी है. उनका कहना है कि निकट भविष्य में वोडाफोन आइडिया के ट्रैक पर आने की गुंजाइश कम ही नजर आ रही है. लिहाजा एफपीओ में पैसे लगाने से पहले निवेशकों को सावधानीपूर्वक विचार करना चाहिए. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कंपनी के साथ सबसे बड़ा जोखिम ये है कि उसके यूजर्स लगातार घट रहे हैं. इसके अलावा, उसे समय-समय पर कर्ज और बकाया का बोझ भी कम करना होगा, जो उसकी आर्थिक सेहत को और हिला सकता है.


कोई लौटा दे मेरे बीते हुए दिन...इस उम्मीद के साथ आज बाजार में लौटेंगे निवेशक

शेयर बाजार में लगातार आ रही गिरावट से परेशान निवेशक पुराने दिनों के लौटने की आस लगाए बैठे हैं.

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Thursday, 18 April, 2024
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राम नवमी की छुट्टी के बाद शेयर बाजार (Stock Market) आज खुल रहा है. इससे पहले, सोमवार और मंगलवार को बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई थी. पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के चलते हमारा बाजार नीचे आ गया था. मंगलवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 456.10 अंक फिसलकर 72943.68 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 714.75 अंकों के नुकसान के साथ 22147.90 पर बंद हुआ था. आज भी बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. बता दें कि पिछले कुछ सत्रों से आई गिरावट से पहले बाजार ने अच्छी-खासी बढ़त हासिल की थी.

MACD के ये हैं संकेत
मोमेंटम इंडिकेटर मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डिवर्जेंस (MACD) ने आज के लिए महज तीन शेयरों में तेजी के संकेत दिए हैं. Poly Medicure, SterlingWilson Solar और Ingersoll-Rand में आज उछाल आ सकता है. इसका मतलब है कि इन स्टॉक्स पर दांव लगाकर मुनाफा कमाने की गुंजाइश भी बनी रहेगी. हालांकि, BW हिंदी आपको सलाह देता है कि शेयर बाजार में निवेश से पहले किसी सर्टिफाइड एक्सपर्ट से परामर्श जरूर कर लें, अन्यथा आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है. इसी तरह, MACD ने Adani Gas, Indian Bank, IOB, Tata Chemicals, Jupiter Wagons और Swan Energy में मंदी का रुख दर्शाया है. लिहाजा इन शेयरों में निवेश को लेकर सावधान रहें. 

इन पर भी रखें नजर
अब कुछ ऐसे शेयरों के बारे में जानते हैं, जिनमें मजबूत खरीदारी देखने को मिल रही है. इस लिस्ट में दिग्गज बैटरी निर्माता कंपनी Exide Industries, Eicher Motors, DOMS Industries, Phoenix Mills, Amara Raja Energy & Mobility, Jubilant Pharmova और Aegis Logistics शामिल हैं. DOMS Industries के शेयर इस साल अब तक 36.96% चढ़ चुके हैं. मंगलवार के गिरावट वाले बाजार में भी इसने 3.91% की बढ़त हासिल की थी. फिलहाल यह 1,750.80 रुपए के भाव पर मिल रहा है. Exide Industries के शेयर तो गदर काट रहे हैं. पिछले कारोबारी सत्र में यह 15.00% की छलांग लगाकर 470.40 रुपए पर पहुंच गया था. वहीं, कुछ शेयर ऐसे भी हैं जिनमें बिकवाली का दबाव नजर आ रहा है. Bata India, HUL और Bandhan Bank इस लिस्ट में शामिल हैं.

आज आएंगे तिमाही नतीजे  
आज कुछ कंपनियों के तिमाही नतीजे आने वाले हैं. इसका भी असर मार्केट पर पड़ सकता है. 18 अप्रैल को दिग्गज IT कंपनी इंफोसिस के साथ-साथ बजाज ऑटो, HDFC लाइफ, ICICI सिक्योरिटी, TV18 ब्रॉडकास्ट, नेटवर्क 18, मास्टेक, ओरिएंट होटल्स, स्वराज इंजन, Accelya Solutions India, Surana Solar और Eimco Elecon (India) अपने जनवरी-मार्च तिमाही नतीजों का ऐलान करेंगी. 

(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है. 'BW हिंदी' इसकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. सोच-समझकर, अपने विवेक के आधार पर और किसी सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह के बाद ही निवेश करें, अन्यथा आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है).


कौन है राजीव जैन, कभी अडानी का बने थे सहारा, अब वोडाफोन को भी संभाला?

कर्ज में डूबी कंपनी वोडाफोन-आइडिया के दिन फिरते नजर आ रहे हैं. एंकर इनवेस्टर्स ने इस FPO में 5400 करोड़ रुपये का निवेश किया है. इसमें GQG Partners के राजीव जैन भी शामिल हैं.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Wednesday, 17 April, 2024
Last Modified:
Wednesday, 17 April, 2024
GQG

राजीन जैन ये नाम बीते साल से चर्चा में है. साल 2023 की शुरुआत के साथ जब अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग ने Adani Group को लेकर रिसर्च रिपोर्ट पब्लिश की, उसके बाद इनका नाम सुर्खियों में आ गया और लगातार बना हुआ है. दरअसल, हिंडनबर्ग के असर के चलते जब अडानी के शेयरों में सुनामी आई थी. तब इन्वेंस्टमेंट फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners) ने ही अडानी की कंपनियों में बड़ी हिस्सेदारी खरीदकर बड़ा सहारा दिया था. अब राजीव जैन ने वोडाफोन आइडिया के FPO में करीब 1,350 करोड़ रुपये का निवेश किया है. 

Vi में किया बड़ा निवेश 

जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners) डूबते के लिए तिनका जीक्यूजी पार्टनर्स ने वोडाफोन-आईडिया में बड़ा निवेश किया है. इसी के साथ, पब्लिक इन्वेस्टर्स के लिए मेगा एफपीओ के ओपनिंग से ठीक पहले, वोडाफोन आइडिया (Vi) ने अपने एंकर बुक आवंटन को बंद करने का ऐलान भी कर दिया है. वोडाफोन-आईडिया के एंकर बुक को सब्सक्राइब करने वाले प्रमुख निवेशकों में जीक्यूजी पार्टनर्स के अलावा सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स मॉरीशस, गोल्डमैन सैक्स और फिडेलिटी यूबीएस, मॉर्गन स्टेनली इंडिया इन्वेस्टमेंट फंड शामिल हैं.

कौन हैं राजीव जैन?

राजीव जैन लगभग 8 साल पुरानी इनवेस्टिंग फर्म GQG Partners के को-फाउंडर हैं. यह कंपनी तेजी से के साथ स्टॉक मार्केट में अपना विस्तार कर रही है. आप जानकर हैरान होंगे कि राजीव जैन का ट्विटर अकाउंट नहीं है और वह टीवी पर बहुत कम दिखाई देते हैं. उनके ग्रोथ स्टॉक फंड में किसी बड़ी कंपनी का नाम नहीं है. उनके फंड में आपको निश्चित रूप से सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाली सभी इंडस्ट्रीज मिलेंगी. इस लिस्ट में तेल, तंबाकू, बैंकिंग, आदि शामिल हैं. राजीव जैन साल 1994 में एसेट मैनेजमेंट कंपनी Vontobel को ज्वाइन किया. राजीव ने साल 2002 में एक स्विस फर्म की CIO के रूप में पद संभाला. 23 सालों से ज्यादा एक्सपीरिएंस वाले जैन 2016 में GQG Partners की शुरुआत की. आज वो इसके अध्यक्ष और मुख्य निवेश अधिकारी हैं.

Adani के शेयरों में तीन बार निवेश

वोडाफोन-आइडिया में इन्वेस्ट करने से पहले GQG Partners के राजीव जैन ने गौतम अडानी की कंपनियों में तीन इन्वेटमेंट किया है. हिंडनबर्ग के भर में फंसे अडानी ग्रुप को तब बड़ी राहत मिली थी, जब समूह की चार कंपनियों में मार्च 2023 में राजीव जैन द्वारा 15,446 करोड़ रुपये का बड़ा निवेश किया गया था. इसके बाद भी उनका भरोसा अडानी के शेयरों पर कायम रहा और मई 2023 में उन्होंने अपनी हिस्सेदारी में 10 फीसदी का इजाफा कर दिया था. इसके बाद तीसरी बार उनकी कंपनी GQG Partners करीब 100 करोड़ डॉलर का निवेश किया.

बाबा रामदेव का भी सहारा बने थे राजीव जैन 

पतंजलि फूड्स में दिग्गज निवेशक GQG पार्टनर्स ने बड़ी हिस्सेदारी खरीदी है. जानकारी के अनुसार, Patanjali Foods में राजीव जैन की GQG Partners ने हिस्सेदारी बढ़ा कर 11.38% कर ली है, जो कि पहले (दिसंबर तिमाही तक) 3.30 फीसदी थी. बता दें, Patanjali Foods में GQG Partners के दो फंड्स की कुल हिस्सेदारी 11.48 फीसदी है, इन दो फंड्स में पहला फंड है GQG Partners Emerging Markets Equity Fund A series का, जो कि 9.31 हैं. जबकि दूसरा फंड है GQG Partners Emerging Markets Equity Fund का जिसके पास 2.17 फीसदी हिस्सा है. 
 


Tesla के Bharat आने की खबर से ही चढ़े इन कंपनियों के शेयर, अभी बढ़ेगी रफ्तार!

एलन मस्क की कंपनी टेस्ला के भारत में कुछ सप्लायर हैं, जिनके शेयरों में अभी से उछाल आ रहा है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Wednesday, 17 April, 2024
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Wednesday, 17 April, 2024
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दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी टेस्ला (Tesla) जल्द ही भारत की मेहमान बनने वाली है. एलन मस्क (Elon Musk) की ये कंपनी भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाएगी. इसके लिए जगह की तलाश चल रही है. खबर है कि टेस्ला के कुछ सीनियर अधिकारियों ने इस संबंध में राजस्थान सरकार के साथ बैठक की है. इसी के साथ टेस्ला के संभावित प्लांट वाले राज्यों की लिस्ट में महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु के साथ अब राजस्थान का नाम भी शामिल हो गया है. एलन मस्क 21 अप्रैल को 2 दिवसीय यात्रा पर भारत आ सकते हैं और माना जा रहा है कि तभी इसका ऐलान किया जाएगा कि टेस्ला का प्लांट कहा लगेगा.    

इन कंपनियों का टेस्ला से नाता
टेस्ला का भारत आना जहां हमारे EV ईको-सिस्टम और अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा है. वहीं, इससे उन कंपनियों के शेयरों को भी बूस्ट मिल सकता है, जो टेस्ला की सप्लायर हैं. ब्लूमबर्ग सप्लायर डेटाबेस के अनुसार, सोना BLW प्रिसिजन फोर्जिंग्स, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, समवर्धन मदरसन इंटरनेशनल, सुप्रजीत इंजीनियरिंग, वैरोक इंजीनियरिंग और बॉश लिमिटेड भारत में Tesla की आपूर्तिकर्ता कंपनियां हैं. इसके अलावा, गुडलक इंडिया, संधार टेक्नोलॉजीज और भारत फोर्ज भी टेस्ला की कंपोनेंट सप्लायर माना जाता है. टेस्ला के आने की खबर से ही इनमें से अधिकांश कंपनियों के शेयर चढ़ गए हैं. 

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तेजी से दौड़ रहे हैं शेयर 
Varroc Engineering के शेयर मंगलवार के गिरावट वाले बाजार में भी 1.07% की बढ़त हासिल करने में कामयाब रहे. 512 रुपए के भाव पर मिल रहा हे शेयर बीते एक महीने में 4.85% की ग्रोथ हासिल कर चुका है. Sona Blw Precision Forgings भी कल 1.58% की बढ़त के साथ 676.50 रुपए पर बंद हुआ. पिछले 5 सत्रों में इसने 4.62% की मजबूती हासिल की है. हिंडाल्को इंडस्ट्रीज का शेयर कल जरूर नुकसान में रहा, लेकिन इससे पहले के 5 सेशन उसके लिए अच्छा रहे. इस दौरान इसने 6.15% का उछाल दर्ज किया. इस शेयर की कीमत 610.50 रुपए है. Samvardhana Motherson International के शेयर भी गिरावट वाले बाजार में 3.35% चढ़कर 124.85 रुपए पर पहुंच गए. इसी तरह, सुप्रजीत इंजीनियरिंग, वैरोक इंजीनियरिंग, बॉश लिमिटेड, संधार टेक्नोलॉजीज और भारत फोर्ज के शेयरों में भी तेजी देखने को मिली है.

काफी पुराना है टेस्ला से रिश्ता
एक्सपर्ट्स का मानना है कि भारत में टेस्ला का प्लांट लगने से इन कंपनियों को सीधे तौर पर फायदा होगा. उन्हें टेस्ला से अभी की तुलना में ज्यादा ऑर्डर मिलेंगे. यानी उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी और इससे उनके शेयरों में उछाल आना लाजमी है. एक रिपोर्ट में बताया गया है कि Sandhar Technologies ने टेस्ला के मॉडल 3 के लिए वाइपर सिस्टम एसेंबली के लिए 2 कंपोनेंट्स बनाए था. उसके बाद से कंपनी लगातार टेस्ला के साथ जुड़ी हुई है. इसी तरह, Varroc Engineering और टेस्ला का रिश्ता भी काफी पुराना है. कंपनी को टेस्ला ने पहला ऑर्डर 2017 में दिया था. वैरोक इंजीनियरिंग ने टेस्ला के कुछ मॉडल के लिए पूरा लाइटिंग सिस्टम उपलब्ध कराया था.  
 


Lok Sabha Election: सियासी कद तो जनता बताएगी, लेकिन दौलत में कौन है किस पर भारी?

मध्य प्रदेश में तीन लोकसभा सीटें सबसे ज्यादा चर्चा में हैं, इसमें गुना, राजगढ़ और छिंदवाड़ा शामिल हैं.

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Published - Wednesday, 17 April, 2024
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Wednesday, 17 April, 2024
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इस बार के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) में मध्य प्रदेश पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं. एक तरफ जहां ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) अपनी परंपरागत सीट गुना-शिवपुरी से BJP की टिकट से चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं, पिछले चुनाव में मिली हार के बाद दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) को कांग्रेस ने भोपाल के बजाए राजगढ़ से चुनावी मैदान में उतारा है. प्रदेश का एक बड़ा चेहरा और पूर्व CM कमलनाथ चुनावी मैदान में नहीं हैं, लेकिन उनके बेटे नकुलनाथ (Nakul Nath) छिंदवाड़ा से सियासत के इस रण में कूद गए हैं. हाल ही में तीनों नेताओं ने अपना नामांकन दाखिल किया है. चलिए जानते हैं कि दौलत के मामले में कौन सबसे आगे है. 

सिंधिया 424.77 करोड़ के मालिक 
इन तीनों नेताओं ने चुनाव आयोग को दिए एफिडेविट में अपनी संपत्ति की जानकारी दी है. कांग्रेस का 'हाथ' छोड़कर भाजपा का 'कमल' थामने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास पति/पत्नी, आश्रित और HUF में रखी संपत्ति को मिलकर कुल 424.77 करोड़ रुपए की संपत्ति है. इसमें 4.64 करोड़ रुपए की चल और 35.53 करोड़ करोड़ रुपए अचल संपत्ति है. जबकि उनकी पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया के पास 14.18 करोड़ की संपत्ति है. वहीं, पैतृक संपत्ति के रूप में 56.29 चल और 326 करोड़ अचल संपत्ति है. सिंधिया की बेटी अनन्या राजे के पास भी 1.49 करोड़ की संपत्ति है. सिंधिया ग्वालियर स्थित अपने पैतृक महल 'जयविलास पैलेस' के मालिक हैं. 

इतना है फैमिली के पास कैश
ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ कोई आपराधिक केस तो दर्ज नहीं है, लेकिन परिवार की संपत्ति से जुड़े विवाद ग्वालियर जिला न्यायालय, पुणे जिला न्यायालय और बॉम्बे हाई कोर्ट में विचाराधीन हैं. BJP लीडर ने अपनी पांच सालों की इनकम का लेखाजोखा भी चुनाव आयोग को दिया है. उसके अनुसार, वित्त वर्ष 2022-2023 में उनकी इनकम 50.21 करोड़ रुपए रही है. उनकी पिछले पांच वर्षों में सबसे ज्यादा इनकम वित्त वर्ष 2019-2020 में हुई थी. उस समय ये आकड़ा 1.65 करोड़ रुपए था. सिंधिया के 25 हजार, उनकी पत्नी के पास 20 हजार और बेटी के पास 5 हजार रुपए कैश है. उनकी इनकम का मुख्य सोर्स सांसद के रूप में वेतन और किराया है.

दिग्विजय सिंह 50 करोड़ के मालिक
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की कुल संपत्ति 50 करोड़ रुपए है. उनकी पत्नी अमृता सिंह की कुल संपत्ति 9 करोड़ रुपए से ज्यादा की बताई गई है. दिग्विजय की पिछले 5 साल में बढ़ी है. वित्त वर्ष 2022-23 में कांग्रेस लीडर को 22.33 करोड़ की इनकम हुई. जबकि इसी वित्त वर्ष पत्नी अमृता सिंह की इनकम 98 लाख रही. दिग्विजय के पास 6 लाख 47 हजार 228 रुपए और वाइफ के पास 52 हजार 500 रुपए कैश है. पूर्व CM के बैंक अकाउंट में 13 लाख 6 हजार 599 रुपए हैं. दिग्विजय के पास अपनी खुद की कोई कार नहीं है. अमृता सिंह के पास साढ़े तीन करोड़ रुपए मूल्य की कृषि भूमि का जिक्र शपथ पत्र में किया गया है. बता दें कि राजगढ़ और गुना सीट पर 7 मई को मतदान होगा.

नकुलनाथ के पास दौलत का पहाड़
छिंदवाड़ा सीट से चुनावी मैदान में उतरे प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ के पास दौलत का पहाड़ है. उनकी कुल संपत्ति 649.52 करोड़ रुपए है. इसमें कई कंपनियों के शेयर, म्युच्यूअल फंड, FD और सेविंग्स आदि शामिल हैं. नकुलनाथ की सालाना आय 12 करोड़ से ज्यादा है. उनके पास 48 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति भी है. जबकि पत्नी प्रियानाथ के पास 19.20 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है. नकुलनाथ के कुल 12 बैंक अकाउंट हैं, जिनमें से 8 भारत में और 4 खाते बहरीन में हैं. इसी तरह, उनकी पत्नी प्रियानाथ के पास 15 बैंक खाते हैं, जिसमें 7 भारत में है और 8 खाते बहरीन, सिंगापुर और मलेशिया की बैंकों में हैं. कमलनाथ के करोड़पति बेटे के पास खुद की कार नहीं है. 2019 में जब नकुलनाथ सांसद बने थे, तब उनके पास 600 करोड़ रुपए से ज्यादा की चल संपत्ति थी. नकुलनाथ ने बताया है कि उनके पास 1896.669 ग्राम सोने की ज्वेलरी, 7.630 किलोग्राम चांदी और 147.58 कैरेट के डायमंड सहित कई कीमती रत्न हैं.


अब ड्रोन उड़ाना भी बनेगा करियर, ये कंपनी ला रही है क्रांतिकारी बदलाव

अगले 3 महीनों में कंपनी का लक्ष्य 250 ड्रोन हब बनाने और 1000 से अधिक ड्रोन नेटवर्क स्थापित करने का है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Wednesday, 17 April, 2024
Last Modified:
Wednesday, 17 April, 2024
drone

ड्रोन उद्योग में एक अग्रणी नाम ड्रोन डेस्टिनेशन ने ड्रोन इकोसिस्टम के लिए कंप्लीट एंड-टू-एंड समाधान प्रदान करने की अपनी रणनीतिक पहल एवरीथिंग ड्रोन्स का अनावरण किया. एवरीथिंग ड्रोन की मदद से कंपनी की योजना भारत में फिक्स्ड और मोबाइल ड्रोन हब का सबसे बड़ा नेटवर्क स्थापित करने की है. अगले 3 महीनों में कंपनी का लक्ष्य 250 ड्रोन हब बनाने और 1000 से अधिक ड्रोन नेटवर्क स्थापित करने का है. अगले दो वर्षों में यह नेटवर्क लागत प्रभावशीलता, दक्षता और टर्नअराउंड समय पर ध्यान केंद्रित करेगा.

कंपनी ने एवरीथिंग ड्रोन्स के तहत निम्नलिखित नई पहल शुरू की गई हैं:

1.    ड्रोन हब ऑन व्हील्स-  कंपनी ड्रोन दोस्त, ड्रोन डॉक्टर और ड्रोन गुरु के माध्यम से ड्रोन बिक्री, मरम्मत और रखरखाव, ड्रोन सेवाएं और ड्रोन प्रशिक्षण जैसी एकीकृत सेवाएं प्रदान करेगी. 
2.    ड्रोन शिक्षा- प्रारंभिक स्तर से ही स्कूलों में ड्रोन को एक नई एसटीईएम शिक्षा के रूप में पेश किया जाएगा जिससे छात्रों को ड्रोन बनाने, कोड करने और उड़ाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा.
3.    ड्रोन कौशल- जो छात्र स्कूली शिक्षा के बाद ड्रोन में अपना करियर बनाना चाहते हैं, उनके लिए ड्रोन डेस्टिनेशन प्रमाणित ड्रोन पायलट कार्यक्रम सहित कई कौशल कार्यक्रम प्रदान करेंगे.
4.    हब्बलफ्लाई बैटरीज़ प्राइवेट लिमिटेड के साथ रणनीतिक साझेदारी में नई ड्रोन बैटरियां प्रदर्शित की गईं, जिनका उपयोग ड्रोन डेस्टिनेशन द्वारा अपनी सभी ड्रोन गतिविधियों के लिए किया जाएगा
5.    ड्रोन सॉकर-ड्रोन सॉकर एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सहयोग से, ड्रोन सॉकर एक नया रोमांचक खेल है जिसे बच्चों से लेकर वरिष्ठ नागरिकों, फिट या विकलांग लोगों द्वारा खेला जा सकता है.

ड्रोन उद्योग को मिलेगा बढ़ावा

ड्रोन डेस्टिनेशन के अध्यक्ष आलोक शर्मा ने इन पहलों को लॉन्च करते हुए कहा कि ड्रोन एक उभरता हुआ उद्योग है, इसमें कुछ महत्वपूर्ण कमियां हैं, जिन्हें हम आज लॉन्च की जा रही नीतियों के साथ दूर करना चाहते हैं. ड्रोन हब ऑन व्हील्स टर्नअराउंड टाइम पर ध्यान केंद्रित करते हुए एवरीथिंगड्रोन की पेशकश करेगा. ड्रोन और ड्रोन सेवाओं की बिक्री के बाद प्रत्येक पायलट को कई कौशलों पर प्रशिक्षित किया जाएगा. निष्क्रिय ड्रोन को ठीक करने के लिए ड्रोन डॉक्टर और स्थानीय युवाओं को ड्रोन पर प्रशिक्षण देने के लिए ड्रोन गुरु के लॉन्च करने से देश में ड्रोन उद्योग को और बढ़ावा मिलेगा इसके साथ ही 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत' के माध्यम से दुनिया में भारत के तकनीकी नेतृत्व और मजबूत होगा.

ड्रोन टेक्नोलॉजी को AI से जोड़ेंगे

ड्रोन डेस्टिनेशन के एमडी चिराग शर्मा ने कम समय में कंपनी की सफलता पर कहा कि ड्रोन डेस्टिनेशन ने अपने सभी हितधारकों के प्रति विवेकशील रहकर और वित्तीय अनुशासन का पालन करके स्टार्ट-अप इकोसिस्टम में एक उदाहरण स्थापित किया है. एवरीथिंग ड्रोन्स के साथ आगे बढ़ते हुए हम कंपनी के विकास को सुपरचार्ज करने के लिए आश्वस्त हैं. एवरीथिंग ड्रोन्स आने वाले समय में कृषि, सर्वेक्षण और मानचित्रण, स्मार्ट शहरों, रेल, सड़क, बंदरगाह जैसे बुनियादी ढांचे से लेकर कई उद्योगों में दिखाई देगा. ड्रोन तकनीक के साथ AI को जोड़कर हम खुद को व्यवसायों के लिए पर्याप्त ESG (Environmental, Social, and Governance) परिणाम प्रदान करते हुए देख रहे हैं.
 


ऐसा क्या है 24Seven में, जो अपना बनाने को बेताब हैं Tata, Ambani और Damani? 

साल 2005 में 24Seven की शुरुआत हुई थी. इस रिटेल चेन के स्टोर्स में किराना से लेकर बहुत कुछ मिलता है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Wednesday, 17 April, 2024
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Wednesday, 17 April, 2024
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भारत का रिटेल बाजार काफी बड़ा है और आने वाले सालों में इसके तेजी से विस्तार करने की संभावना है. एक रिपोर्ट बताती है कि अगले दशक में भारत का रिटेल सेक्टर 9 से 10 प्रतिशत की दर से बढ़कर 2 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा. यही वजह है कि इस सेक्टर में पहले से मौजूद कंपनियां अपने पोर्टफोलियो को मजबूत करने में जुट गई हैं. इसी कड़ी में टाटा, मुकेश अंबानी और राधाकिशन दमानी रिटेल ग्रोसरी चेन 24सेवन (24Seven) को अपना बनाना चाहते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो तीनों दिग्गज कारोबारियों की नजर घाटे में चल रही 24Seven पर है.

यहां मौजूद है कंपनी
24सेवन (24Seven) का मालिकाना हक के.के. मोदी ग्रुप के निवेश वाली कंपनी गॉडफ्रे फिलिप्स (Godfrey Phillips) के पास है. 24सेवन के दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR), पंजाब और हैदराबाद में करीब 145 स्टोर हैं. कंपनी ने काफी समय पहले ही अपने स्टोर्स की संख्या को 200 करने का टारगेट रखा था, लेकिन उसे हासिल नहीं कर पाई. 24Seven के स्टोर्स उम्मीद के अनुरूप सफलता हासिल नहीं कर पाए हैं. इसलिए Godfrey Phillips ने इस कारोबार से बाहर निकलने का फैसला लिया है.  

क्यों खास है 24Seven?
साल 2005 में 24Seven की शुरुआत हुई थी. इस रिटेल चेन के स्टोर्स में किराना से लेकर स्टेपल, स्नैक्स, सॉफ्ट ड्रिंक, पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स के साथ-साथ मोदी ग्रुप के ब्यूटी ब्रैंड के उत्पाद भी मिलते हैं. साथ ही इसके कुछ बड़े स्टोर्स पर रेडी-टू-ईट फूड काउंटर भी हैं, जो इसे दूसरों से अलग बनाता है. हालांकि, तमाम खासियतों के बावजूद स्टोर्स Godfrey Phillips के मनमुताबिक भीड़ खींचने में पूरी तरह सफल नहीं रहे. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि घाटे के बावजूद 24सेवन फॉर्मेट का विस्तार संभव है, क्योंकि ग्रोसरी रिटेल सेक्टर में काफी तेजी दिखने को मिल रही है. यही वजह है कि टाटा समूह की ट्रेंट, मुकेश अंबानी की रिलायंस रिटेल और राधाकिशन दमानी की एवेन्यू सुपरमार्केट्स इसे खरीदने की दौड़ में हैं.

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कई ग्रुप्स से चल रही बात
रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि मोदी ग्रुप की टाटा ट्रेंट, रिलायंस रिटेल और एवेन्यू सुपरमार्केट्स के साथ बातचीत चल रही है. गॉडफ्रे फिलिप्स इंडिया ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया है कि वो घाटे में चल रही 24सेवन चेन से बाहर निकलने की योजना पर काम कर रही है. कंपनी ने रिटेल बिजनेस डिवीजन की विस्तृत समीक्षा के बाद यह निर्णय लिया है. 24सेवन का वैल्यूएशन एक बड़ा मुद्दा है, जिस पर सहमति बनाने की कोशिश में Godfrey Phillips जुटी हुई है. 

इस तरह मिलेगा फायदा
टाटा ग्रुप की रिटेल कंपनी ट्रेंट लिमिटेड ग्रोसरी चेन स्टार बाजार को ऑपरेट करती है और अपने इस कारोबार को बढ़ाना चाहती है. इसी तरह, रिलायंस रिटेल वेंचर्स भारत में 7-इलेवन स्टोर चलाती है. इस अमेरिकी कंपनी के साथ रिलायंस की पार्टनरशिप है और इसके करीब 50 स्टोर हैं. रिटेल चेन डीमार्ट चलाने वाली कंपनी एवेन्यू सुपरमार्ट्स भी 24सेवन को खरीदकर अपने कारोबार का विस्तार करने की कोशिश में है. राधाकिशन दमानी के Dmart आज रिटल सेक्टर में अपनी एक अलग पहचान रखता है. दमानी ने नवी मुंबई में सस्ती जमीन खरीदकर साल 2002 में पहला डीमार्ट स्टोर खोला था और आज इसके देश में 365 स्टोर्स हैं. डीमार्ट स्टोर्स को एवेन्यू सुपरमार्ट्स लिमिटेड ऑपरेट करती है. दमानी DMart स्टोर्स की संख्या बढ़ाकर 1500 करना चाहते हैं. 


करोड़ों की प्रॉपर्टी, लेकिन Dimple के पास नहीं है कोई कार; कितने अमीर हैं पति अखिलेश?

अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने मैनपुरी लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल कर दिया है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Wednesday, 17 April, 2024
Last Modified:
Wednesday, 17 April, 2024
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उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मंत्री और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव (Dimple Yadav) भी चुनावी मैदान में हैं. डिंपल ने मैनपुरी लोकसभा सीट (Mainpuri Loksabha Seat) से अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. इस नामांकन पत्र के साथ उन्होंने शपथ पत्र भी दाखिल किया है, जिसमें उनकी संपत्ति का ब्यौरा है. मैनपुरी से समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार डिंपल यादव वैसे तो अपनी सादगी के लिए मशहूर हैं, लेकिन उन्हें ज्वेलरी का काफी शौक है.

2022 में इतनी थी संपत्ति
मुलायम सिंह यादव की बहू के पास 2.774 किलोग्राम से अधिक सोने के गहने, 203 ग्राम मोती और 59,76,687 रुपए का एक 127.75 कैरेट का हीरा है. डिंपल यादव के पास कोई कार नहीं है. शपथ पत्र के अनुसार, डिंपल के पास 15.5 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति है. इसमें 10.44 करोड़ से अधिक की अचल और 5.10 करोड़ की चल संपत्ति है. कैश के नाम पर उनके पास केवल 57,2447 रुपए हैं. गौरतलब है कि मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद रिक्त हुई मैनपुरी सीट पर 2022 में हुए उपचुनाव में डिंपल यादव ने जीत हासिल की थी. तब उनके पास 14 करोड़ रुपए की संपत्ति थी.

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कोई क्रिमिनल केस नहीं
डिंपल यादव ने शपथ पत्र में बताया है कि उनके पास 1.25 लाख रुपए कीमत वाला एक कंप्यूटर है. डिंपल के खिलाफ कोई भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं है. लखनऊ विश्वविद्यालय से बीकॉम की पढ़ाई करने वालीं डिंपल ने 2019 में जब कन्नौज से लोकसभा चुनाव लड़ा था, तो उनकी चल संपत्ति 3.68 करोड़ थी और अचल संपत्ति 9.30 करोड़ रुपए थी. डिंपल यादव भले ही लग्जरी कार में चलती हैं, लेकिन उनके नाम पर कोई कार नहीं है. 

अखिलेश यादव हैं इतने अमीर
अब यह भी जान लेते हैं कि डिंपल के पति यानी अखिलेश यादव कितने अमीर हैं. सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के पास 17.22 करोड़ रुपए से अधिक की अचल संपत्ति और 9.12 करोड़ रुपए की चल संपत्ति है. वह 76 हजार रुपए से अधिक का मोबाइल फोन इस्तेमाल करते हैं. इसके अलावा, उनके पास 5.34 लाख रुपए की व्यायाम मशीन और 1.6 लाख रुपए की क्रॉकरी है. ताज्जुब की बात यह है कि अखिलेश के नाम पर भी कोई कार नहीं है. एफिडेविट के मुताबिक पत्नी और पत्नी दोनों के पास अपनी कोई कार नहीं है.